सागर।
आज के दौर में किसी की मदद करना जैसे एक अपराध बन गया है। लोग निजी स्वार्थ में इतने अंधे हो चुके हैं कि मदद करने वाले का ही शोषण करने लगते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण सामने आया है समाजसेवी और सतनाम वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष मनी सिंह गुरोन के साथ।

दरअसल, मनी सिंह का वाहन चालक मनोज शुक्ला, जिसे वह अपने परिवार का हिस्सा मानते थे, आर्थिक तंगी में फंसा था। इंसानियत के नाते मनी सिंह ने बिना किसी दस्तावेज़ या शर्त के उसे एक लाख रुपये की मदद दी। मनोज ने आश्वासन दिया था कि वह तय समय पर रकम वापस कर देगा। लेकिन समय बीत जाने के बाद भी जब पैसे वापस नहीं मिले और मनी सिंह ने याद दिलाया, तो जवाब में उन्हें गाली-गलौज और बदसलूकी का सामना करना पड़ा।

इतना ही नहीं, गाली-गलौज की आवाज़ सुनकर बाहर आए मनी सिंह के माता-पिता डॉ. त्रपत कौर और श्री गुरनाम सिंह के साथ भी मनोज ने अभद्र व्यवहार किया। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है।

घटना के बाद मनी सिंह ने सागर पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन सौंपा और ड्राइवर पर FIR दर्ज करने की मांग की। उनका कहना है कि वह आवेदन मकरोनिया पुलिस को भी दे सकते थे, लेकिन पूर्व अनुभव के चलते उन्हें पुलिस की गंभीरता पर विश्वास नहीं रहा। उन्होंने बताया कि पहले भी मकरोनिया पुलिस ने कई मामलों में लापरवाही दिखाई थी, जिसके चलते उन्हें उच्च अधिकारियों की शरण लेनी पड़ी।
अगर इस बार भी स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, तो मनी सिंह अपने अधिवक्ता श्री अभिनव श्रीवास्तव के माध्यम से कोर्ट में परिवाद दाखिल करेंगे और न्याय की मांग करेंगे।

अब देखने वाली बात यह होगी कि कब तक मनी सिंह गुरोन को न्याय मिलेगा और पुलिस आरोपी के खिलाफ क्या कदम उठाती है।

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