"अपने लिए तो सभी जीते हैं, जो जीवन दूसरों की सेवा में समर्पित हो — वही वास्तव में सार्थक होता है।"
इन विचारों को न केवल कहने में, बल्कि निभाने में भी विश्वास रखते हैं सतनाम वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष और समाजसेवी मनी सिंह गुरोन।
हाल ही में उन्होंने अपनी माता डॉ. त्रपत कौर के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुए दो कन्याओं के विवाह (कन्यादान) का संकल्प लिया था। इस पावन संकल्प की पहली पूर्ति नवरात्रि के प्रथम दिवस पर एक कन्या के विवाह के साथ की गई। अब दूसरी कन्या का विवाह 22 अप्रैल को सागर के भगवानगंज स्थित गुरुद्वारे में विधिवत रूप से संपन्न किया जाएगा।
यह विवाह एक सिख वर और एक हिंदू वधु के बीच होने जा रहा है — दोनों ही आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से हैं। लेकिन मनी सिंह गुरोन की दरियादिली और समाजसेवा की भावना ने इस जोड़े को एक नया जीवन आरंभ करने का अवसर प्रदान किया है।
इस अवसर पर डॉ. त्रपत कौर स्वयं उपस्थित होकर वर-वधु को आशीर्वाद देंगी और बेटे मनी सिंह के इस नेक कार्य को आत्मिक बल प्रदान करेंगी। यह केवल एक कन्यादान नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता, सहिष्णुता और सेवा का प्रतीक है।
गौरतलब है कि मनी सिंह गुरोन पूर्व में भी कई जरूरतमंद और असहाय बेटियों की शादी में सहायता कर चुके हैं। उनका यह कार्य न केवल एक व्यक्तिगत संकल्प की पूर्ति है, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा भी है।
जनसेवा के प्रति उनका संकल्प यही कहता है — "जब तक सांस, तब तक सेवा।"
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