// ब्यूरो रिपोर्ट भूपेंद्र यादव शाहगढ//
खबर सागर जिले के शाहगढ़ से आ रही है जहा एक 32 वर्षीय विद्युत कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई।
मामला शाहगढ़ के रामपुर ग्राम का है जहा युवक ट्रांसफार्मर पर सुधार कार्य करने के लिए गया तभी अचानक ट्रांसफार्मर में करंट आने के कारण युवक करंट की चपेट में आ गया और उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
घटना की सूचना लगते रामपुर सरपंच रानू राजा सहित भरी संख्या में घटना स्थल पर पहुंचे।
ग्रामीणों की सूचना पर मृतक के परिजन शाहगढ़ पुलिस ओर तहसीलदार ज्ञानचंद राय घटना स्थल पर पहुंचे। शव को शव वाहन में रख कर शाहगढ़ लगा गया लेकिन गुस्साए परिजनों ने शव को नेशनल हाइवे पर रख कर चक्का जाम कर दिया।
मृतक के परिजनों ने शाहगढ़ विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता दीपक वर्मा और लाइन मेन भारत यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन पर कार्यवाही की मांग की।
मृतक के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक संदीप रजक शाहगढ़ विद्युत मंडल में आउट सोर्स में कार्य करते थे।
संदीप का बीते माह शाहगढ़ विद्युत मंडल के लाइन मेन भारत यादव से विवाद हो गया था जिसमें भारत यादव ने मृतक संदीप रजक को भद्दी भद्दी गालिया देते हुए धमकी भी दी थी लेकिन दूसरे ही दिन पूरे घटना पर माफी मांगते हुए आपसी समझौता कर लिया था।
झगड़े की घटना के मृतक संदीप के परिजनों ने कई दफा शाहगढ़ आईसी दीपक वर्मा से भरत यादव और संदीप को अलग अलग करने की मिन्नते भी की लेकिन दीपक वर्मा ने अपने अड़ियल रवैए के चलते दोनों को अलग करने की बजाए उल्टा मृतक संदीप को ही नौकरी से निकालने की धमकी दे डाली।
आज जब रामपुर से विद्युत सप्लाई बंद होने की शिकायत आती है तो ओ आईसी के द्वारा मृतक संदीप रजक को भरत यादव के साथ सप्लाई चालू करने भेजा जाता है।
रामपुर पहुंच कर भरत यादव के द्वारा परमिट लेकर रामपुर फीडर की विद्युत सप्लाई बंद करने को बोला जाता है और सप्लाई बंद होने के बाद संदीप रजक ट्रांसफार्मर पर सुधार का काम करने लगते है लेकिन थोड़ी ही देर बाद विद्युत सप्लाई चालू हो जाती है और संदीप करंट की चपेट में आ जाता है और उसकी दर्दनाक मृत्यु हो जाती है।
हैरान करने वाली बात तो यह थी की मृतक संदीप रजक के साथ काम पर गया भरत यादव अपने साथी को देखने की बजाय मौके से भाग खड़ा हो जाता है।
और घटना के बाद विद्युत वितरण केंद्र के कनिष्ठ अभियंता दीपक वर्मा भी घटना स्थल पर नहीं पहुंचते है और उनका मोबाइल भी बंद हो जाता है।
पूरे मामले में मृतक के परिजनों ने लाइन मेन भरत यादव और ओ आईसी दीपक वर्मा पर आरोप लगाए है और कार्यवाही को लेकर नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया।
करीब दो घंटे जाम के बाद पुलिस ओर तहसीलदार की समझाइश और विद्युत विभाग बंडा के डी ई मयंक मरकाम के आश्वासन के बाद जाम खोला फिलहाल पुलिस ने परिजनों को शिकायत पर मर्ग कायम कर शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया है।
लेकिन सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है की युवक की मौत का जिम्मेदार कौन है।
ट्रांसफार्मर पर काम करने के पहले जब परमिट भरत यादव के नंबर से लिया गया था तो फिर लाइन किसके कहने पर चालू की गई।
आखिर लाइन मेन भरत यादव घटना के बाद अपने साथी को बचाने की बजाय मौके से भाग क्यों।
प्रश्न बहुत सारे है लेकिन इनके जवाब मृतक के परिजन आज भी तलाश रहे है।
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