हमारे मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के 20 जिलों में ( अनूपपुर, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, सिंगरोली, मंडला, कटनी, दमोह, सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, जबलपुर, नरसिंहपुर, रीवा, सीधी, सतना, डिंडोरी, शहडोल, उमरिया ) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर टेलीमेडिसिन परियोजना सुचारू रूप से 4 साल से चल रही थी लेकिन अभी एनएचएम की मीटिंग के द्वारा यह बोला गया है कि इस प्रोजेक्ट को अचानक बंद किया जा रहा है जिससे आम जनमानस को बहुत ज्यादा आहत है जिसमें करीब कम कर रहे 500 - 600 लोग बेरोजगार हो रहे हैं उनका कहना है कि हम कहां जाएंगे क्या करेंगे जबकि इस योजना के द्वारा बड़े-बड़े शहरों के बड़े-बड़े डॉक्टर जैसे कि जनरल मेडिसिन महिलाओं के डॉक्टर बच्चों के डॉक्टर के द्वारा इलाज होता था इन बड़े-बड़े स्पेशलिस्ट डॉक्टर द्वारा मरीजों को देखा जाता है और सही तरीके से ट्रीटमेंट होता है जिससे इनको मरीज गंभीर से गंभीर मरीज ठीक हो रहे हैं लेकिन अब यह यदि बंद हो जाएगी तो उन सब मरीजों को बड़े-बड़े शहरों की ओर जाना पड़ेगा और उनका पैसा भी खर्च होगा जबकि इस योजना के द्वारा उनका फ्री में इलाज होता था जिसमें वह सही तरीके से ठीक हो जाता था अब समझ में नहीं आ रहा है कि इस योजना को किस कारण से बंद किया जा रहा है जो कि यह योजना हर इंसान के लिए लाभदायक है
मध्य प्रदेश के 20 जिलों में चल रही टेलीमेडिसिन परियोजना के अचानक बंद होने की खबर सुनते ही मचा हड़कंप
बुन्देली मीडिया एंटरप्राइजेज
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