नगर निगम की प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच में फर्जीवाड़ा के आरोपी तत्कालीन कर अधीक्षक धर्मबीर को थाना शहर पुलिस ने दो दिन का रिमांड पूरा होने के बाद कोर्ट में पेश किया। जहां से उसको जेल भेज दिया गया। अब धर्मबीर से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस मुकदमे से संबंधित आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास तेज करेगी। उल्लेखनीय है कि 41 गज को कटिंग कर 88.5 गज की जारी की गई एनडीसी के मामले में सीएम फ्लाइंग ने धर्मबीर समेत चार अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था। इनमें टैक्स ब्रांच का क्लर्क पवन, संपत्ति मालिक सावित्री, जूनियर प्रोग्रामर और एडीए शिव कुमार का नाम था।
दूसरी ओर बताया जा रहा है कि धर्मबीर ने पहले भी पुलिस को बताया था कि इस फाइल के लिए उसने पहले भी कई बार मना किया था। वहीं, क्लर्क पवन का कहना था कि उस फाइल पर उसके हस्ताक्षर फर्जी थे। उसके अलावा उस समय जूनियर प्रोग्राम के पद पर कौन था उसके नाम का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। संपत्ति मालिक सावित्री के बारे में बताया जा रहा है कि सावित्री कभी निगम कार्यालय में आई नहीं थी। इसी बीच बुधवार को ही थाना प्रभारी जाकिर हुसैन का तबादला हो गया। नवनियुक्त थाना प्रभारी राजबीर सिंह ने बताया कि उन्होंने आज ही पदभार संभाला है। संबंधित केस की उन्हें पूरी जानकारी नहीं है। जो भी नियमानुसार कार्रवाई होगी अमल में लाई जाएगी।
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