भाजपा ने किया लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान
लोकतंत्र सेनानी ने आपात काल के दौरान जेल में बंद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लिखित रचना मां की पुकार सुनाई
सागर।देश में 48 वर्ष पूर्व आज के दिन लोकतंत्र की हत्या की गई थी, आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोटा गया था। सत्ता की लोलुप्ता के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंद्रा गांधी ने देश पर आपातकाल के रूप में बदनुमा दाग लगाकर देश के लोगों के मौलिक अधिकारों को कुचलने का काम किया था यह बात जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने संभागीय भाजपा कार्यालय में लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान कार्यक्रम के दौरान कही।
जिला अध्यक्ष श्री गौरव सिरोठिया ने कहा की आपात काल के दौरान हमारे लोकतंत्र सेनानियों को कई महीनों जेलों में बंद कर कठोर यातनाएं दी गई जो भी इस क्रूरता पर आवाज उठाता था उसे जेल में बंद कर दिया जाता था हम प्रति वर्ष इस काले दिवस पर लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान करते हैं ताकि हमारी आज की पीढ़ी हमारे पूर्वजों के त्याग तपस्या बलिदान और संघर्ष को जान सकें आज अगर हम सफलता के शिखर पर पहुंचे उसका श्रेय हमारी धरोहर लोकतंत्र सेनानियों को जाता है।
कार्यक्रम में सांसद राज बहादुर सिंह,प्रदेश मंत्री प्रभुदयाल पटेल,जिल अध्यक्ष गौरव सिरोठिया,विधायक शैलेंद्र जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत,महापौर संगीता सुशील तिवारी,निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार, मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा लोकतंत्र सेनानी, एड.कृष्णवीर सिंह ठाकुर, डा.अरुण पलनीकर, श्री ज्ञानचंद जैन,श्री मनोहर लाल जी गुप्ता,श्री ऋषभ जैन जी, श्रीमती कुसुम पत्नी स्व.जमुना मिस्त्री जी,श्री रोहित सोनी पुत्र स्व.सुशील सोनी, श्री भरत भंडारी पुत्र स्व.कोमलचंद भंडारी,श्री राजेंद्र खटीक भाई स्व. दादा अमर खटीक जी जनाब माजिद पुत्र स्व. डा.इरदीश को शाल श्री फल भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकतंत्र सेनानी एड. कृष्ण वीर सिंह ठाकुर ने कहा की आज से आपात काल का 49 वा वर्ष या पांचवा युग प्रारंभ हो रहा है और इसके बाद भी हम इसे नहीं भूल पा रहे है तो हमें माना पड़ेगा की वास्तव में कुछ ऐसा घटित हुआ था जो इतिहास पर धब्बा बनकर रह गया।
26 जून 1975को जब अखबार प्रकाशित हुए थे तो अधिकांश अखवारो में संपादकीय कालम को काला प्रकाशित किया था यह काला दिवस मनाने का गैर सरकारी निजी निर्णय था देश में जो लोकशाही की परंपरा हजारों वर्षों से चली आ रही थी और आजादी के सेनानियों ने सैकड़ों वर्षो के संघर्ष से जो मुकाम हासिल किया था अपने प्राणों को न्यौछावर किया था आजादी के सपने को साकार करने के लिए उन सारे सपनो को 25 जून 1975 की रात को कांग्रेस और इंद्रा गांधी ने कलम की नोंक से समाप्त कर दिया गया था।
महापौर संगीता सुशील तिवारी ने संबोधित करते हुए कहा मीसाबंदी यानी लोकतंत्र प्रहरियों के त्याग की वजह से ही हम सब आज इस स्थिति में हैं। क्योंकि 48 साल पहले आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की खुले आम हत्या की गई थी। जिन लोगों ने आमजन की आवाज उठाई, लोकतंत्र बहाली की मांग की, जरूरतमंदों या अपने ही पक्ष में बोले सरकार ने उन्हें जेलों में भर दिया। वास्तव में यही लोग असली लोकतंत्र प्रहरी थे, जिनके त्याग, समर्पण और यातनाएं झेलने के कारण ही देश में लोकतंत्र की बहाली हो सकी। आपातकाल लगाने की एक बड़ी वजह थी कि इंदिरा गांधी सत्ता नहीं छोड़ना चाहती थी, परंतु लोकतंत्र की यही ताकत है कि जनता ही उसमें राजा है। जनता ने इंदिरा गांधी को ही चुनाव हरा कर बता दिया कि आपातकाल का उनका निर्णय भारतीय इतिहास का काला अध्याय था । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व में देश में लोकतंत्र बेहद मजबूत हुआ है। देश में अपने हित व पक्ष में आवाज उठाने, गलत को गलत कहने में अब डरने की आवश्यकता नहीं रही। इमरजेंसी के समय तो स्थिति यह थी कि आपातकाल तो रात को लगा लेकिन देश ने काले दिन देखे थे। वास्तव में लोकतंत्र को मजबूत बनाने और देश विकास के प्रति ईमानदारी से काम करने की जरूरत है, जो काम 140 करोड़ लोगों के मान का प्रतीक माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व में भाजपा सरकार कर रही है। लोकतंत्र प्रहरियों के लिये प्रदेश की भाजपा सरकार, भाजपा संगठन द्वारा सदा सम्मान देने का काम किया जाता है। आप सब को सम्मानित कर हम भी गौरव का अनुभव करते है।
जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने संबोधित करते हुए कहा की आपात काल की विभीषिका का स्मरण करते हुए मन कांप उठता है उस समय कोई अपनी बात तक नहीं रख पाता था जब जब सड़को पर निकलते थे एक ही नारा सुनाई देता था की "स्वर्ग से नेहरू करें पुकार इंद्रा मत कर इतने अत्याचार" आपातकाल की विभीषिका के समय संघर्ष करने वाले हमारे सभी लोकतंत्र सेनानियों का नाम स्वर्ण अक्षरों से लिखा जायेगा।
सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने संबोधित करते हुए का मैं लोकतंत्र सेनानियों को एक शेर के माध्यम से आप सबकी भावनाओं को अवगत कराते हुए उनके योगदान के लिए तपस्या और बलिदान के लिए उनको धन्यवाद देता हूंl कांग्रेस ने किस तरह से प्रजातांत्रिक मूल्यों को कुचल कर और भारतीय संविधान में मौजूद अनुच्छेद 352 ब्रह्मास्त्र का प्रयोग किया परंतु इस इस अनुच्छेद का उपयोग जब किया जाता है जब देश किसी संकट में हो परंतु कांग्रेस सरकार ने इसअनुच्छेद का उपयोग राजनैतिक साधने के लिए किया गया l उल्लेखनीय है कि 1971 में जब इलेक्शन हुए रायबरेली इंदिरा गांधी जी चुनाव लड़ी उनके विरुद्ध लोकदल से सम्मानीय राज नारायण जी चुनाव में खड़े हुए हुसैन सत्ता का दुरुपयोग हुआ उन्होंने संबंध में इलाहाबाद हाई कोर्ट में अपील करते हुए रिट दायर की l मैं धन्यवाद करना चाहता हूं उस न्याय की कुर्सी पर विराजमान श्रद्धेय जगमोहन लाल सिन्हा जी ने इंदिरा जी के तत्कालीन प्रधानमंत्री के चुनाव को अवैध घोषित किया एवं उन्हें अगले 6 वर्ष तक कोई भी चुनाव नहीं लड़ने के लिए अयोग्य घोषित किया l और कहां जाता है कि जगमोहन लाल सिन्हा जी का वह ऐतिहासिक फैसला किसी तरह से लीक हो जाए इसलिए उन्होंने यह फैसला टाइपराइटर से स्वयं टाइप किया था उस समय कांग्रेस को लगा कि अब क्या किया जाए जैसे मानो उनके ऊपर कोई गाज गिर गई हो l कांग्रेस ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले में कोई रियायत नहीं दी इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को यथावत रखा गया l 25 जून 1975 की मध्य रात्रि को भारत देश के अंदर आपातकाल लगा दिया गया l उस समय जनसंघ ने अपना अस्तित्व समाप्त किया एवं भारतीय जनता पार्टी में विलय हो गई।
सांसद राजबहादुर सिंह ने संबोधित करते हुए कहा की आपात काल जैसी विभीषिका को झेलने वाले लोकतंत्र सेनानी व उनके परिजनों का सम्मान कर हम सभी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं क्योंकि आपके संघर्ष के कारण आज लोकतंत्र सुरक्षित है देश को इंद्रा गांधी के घमंड के कारण आपातकाल जैसी विभीषिका का दंश झेलना पड़ा जिन्होंने भी इस दौरान इंद्रा गांधी या कांग्रेस का विरोध किया उन्हे जेल में डालकर प्रताड़ित किया गया आपात काल देश के इतिहास में काला अध्याय है।
कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री श्याम तिवारी एवं आभार संभागीय कार्यालय मंत्री डा.वीरेंद्र पाठक ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानी परिवार जन पार्टी पदाधिकारी जनप्रतिनिधि कार्यकर्ता उपस्थित रहें।
श्रीकांत जैन
जिला मीडिया प्रभारी (भाजपा)
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