घुवारा में पीएम आवास के हितग्राहियों के खाते डालें गए आवास की राशि से अतिरिक्त पैंसे,एक साल बीत जाने के बाद हितग्राहियों को थमाए जा रहे बसूली नोटिस



घुवारा//नगर परिषद घुवारा में पीएम आवास योजना के नाम पर जमकर भृस्टाचार किया गया और जमकर धांधली की गई है।
नगर घुवारा की आबादी करीबन 17 हजार के करीब है।
नगर घुवारा में 1624 पीएम आवास हितग्राहियों को दिए गए है जिसमे आज की स्थिति में 1075 आवास बन तैयार हो गए और549 पीएम आवास अधूरे निर्माणाधीन स्थिति है।
इन प्रधान मंत्री आवासों में अगर बारीकी से बरिष्टअधिकारियों के माध्यम से जांच कराई जाती है तो हकीकत सामने आएगी की करीबन 1हजार हितग्रहियों से बिना सुविधा शुल्क के आवास हितग्राहियों को नही मिला है।
आपको बता दे पीएम आवास के लिए सरकार द्वारा हितग्राही के लिए 2लाख 50 हजार रुपये स्वीकृत किये जाते है और 2लाख 50 हजार की राशि पीएम आवास के हितग्राही को स्टेप बाई स्टेप उसके खाते में ट्रासंपर की जाती है लेकिन इधर तो 2लाख 50 हजार की जगह किसी के खाते में 3लाख ट्रांसपर कर दिए गए है तो किसी हितग्राही के खाते में 3लाख 50 हजार किये गए है।
ऐसे एक दो हितग्राही नही बल्कि दर्जनों हितग्रहियों पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मेहरबानी रही है।
जब हितग्राही को पता लगता है कि हमारे खाते में आवास की राशि से ज्यादा राशि आ गई है तो वह हितग्राही नगर परिषद के कर्मचारियों एवं अधिकारियों के पास जाता है उसी समय कर्मचारी सेटिंग कर उसके खाते के जो आवास की राशि से अतिरिक्त पैंसा रहता है तो हितग्राही से ले लिए जाते है और वह फाइल ठंडे बस्ते में बंद कर अलमारी में नीचे दवा कर रख दी जाती है।
ऐसे अभी नगर परिषद के कई हितग्राहियों के नाम सामने आए है जिनके खाते में 50 हजार,या 1लाख अतिरिक्त पहुच गए है।
जैसे इन मामलों की चर्चा नगर में हवा से तेज फैलने लगी तो नगर परिषद अधिकारियों ने तत्काल ऐसे हितग्राहियों को नोटिस थामाना जारी कर दिया है।
जब इसके पहले भी दैनिक भास्कर ने पीएम आवास की खबर प्रकाशित की थी जिसमे एक महिला के नाम आवास स्वीकृत कर दिया गया और आवास बन कर तैयार हो गया था इसके बाद उसी के पति के नाम दूसरा आवास स्वीकृत किया गया और महिला के पति के बैंक खाते से कर्मचारियों ने मिलकर राशि अपने खातों में ट्रांसपर करवा ली थी जिसमे आवास योजना के इंजीनियर को हटा दिया गया और अन्य कर्मचारीयों पर गाज गिरी थी।
सोचने बाली बात यह है कि जब नगर परिषद के द्वारा किसी हितग्राही के खाते में अतिरिक्त पैंसा पहुच गया है तो सालों तक उस हितग्राही के पास नोटिस नही गया और जैसे ही यह वाक्या चर्चा में आया वैसे ही नोटिस जारी किए गए।
ऐसा ही ताजा मामला नगर घुवारा के वार्ड नम्बर 13 से समाने आया है जहाँ महेंद्र रैकवार को 531 डीपीआर में आवास स्वीकृत किया गया था और पीएम आवास का हितग्राही महेंद्र रैकवार पिता हरजुवा रैकवार के बैंक खाता क्रमांक 33895015571 में 50हजार रुपये पीपीए क्रमांक C082141956848 दिनांक 26अगस्त 2021 अंतरित हो गई है तो इसके बाद नगर परिषद को उक्त अतिरिक्त राशि का ध्यान दिनांक 09सितंबर 2022 को आ रहा है।
मामला दूसरा है वार्ड नम्बर 10 घुवारा के निवासी दयाराम सिंह घोषी पिता गोरेलाल सिंह घोषी के साथ यही हुया है।
मामला तीसरा है वार्ड नम्बर09 घुवारा निवासी दलुवा पिता कलुवा रैकवार के साथ हुया है।
मामला चौथा है वार्ड नम्बर 13 निवासी महेश पिता भजुवा रैकवार के साथ हुया है।

इसके बाद हितग्राही को नोटिस दिया गया है।
यह मामला इकलौता नही है ऐसे दर्जनों से ज्यादा मामले है जहाँ अतिरिक्त पैंसा हितग्राहियों के खाते आंतरिक कर दिए गए है और कर्मचारियों एवं अधिकारियों हितग्राहियों से बैंक खाते निकलवा कर अपने जेब भर लिए है।
अगर पीएम आवास की जांच वास्तव में वरिष्ठआलाअधिकारियों के माध्यम से कराई जाती है तो हकीकत सरकार के सामने होगी।

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