छत्तीसगढ़ से ब्युरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी
नई दिल्ली। महिला वर्ल्ड कप 2022 में साउथ अफ्रीका ने भारतीय महिला टीम को 3 विकेट से हरा दिया है। भारतीय कप्तान मिताली राज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। शेफाली वर्मा, स्मृति मंधाना और कप्तान मिताली राज की शानदार पारियों की मदद से भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आईसीसी महिला वर्ल्ड कप के करो या मरो के मैच में सात विकेट पर 274 रन बनाए।
आखिरी ओवर में फंसा था मैच
साउथ अफ्रीका को आखिरी ओवर में जीतने के लिए 7 रन चाहिए थे। दीप्ती शर्मा ने दूसरी ही गेंद पर विकेट हासिल कर लिया। उसके बाद उन्होंने पांचवीं गेंद पर भी विकेट हासिल किया। साउथ अफ्रीका के लिए सबसे ज्यादा रन लौरा वोल्वार्ट ने 80 रन बनाए। लारा डूडल ने 49 रन बनाए, उन्हें राजेश्वरी गायकवाड़ ने आउट किया। मिनोन डु प्रेज ने 50 रन बनाए। भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट राजेश्वरी गायकवाड़ ने 2 विकेट लिए। उन्होंने 10 ओवर में 61 रन दिए। वहीं, हरमनप्रीत कौर ने 8 ओवर में 2 विकेट लिए। साउथ अफ्रीका की तीन बल्लेबाज रन आउट हुईं।
भारत ने दिया 275 रनों का टारगेट
भारतीय कप्तान मिताली राज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। दक्षिण अफ्रीका की टीम पहले ही सेमीफाइनल में जगह बना चुकी है। शेफाली (46 गेंद में 53 रन) और स्मृति (84 गेंद में 71 रन) ने 90 गेंद में 91 रन की साझेदारी की जबकि हरमनप्रीत कौर ने आखिर में 57 गेंद में 48 रन बनाए। 18 वर्ष की शेफाली ने तेज गेंदबाज मसाबाता क्लास को मिडआन पर चौका लगाकर टूर्नामेंट में पहली हाफ सेंचुरी पूरी की।
शेफाली ने काफी आक्रामक बल्लेबाजी की और स्मृति ने पारी के सूत्रधार की भूमिका निभाई। शेफाली ने दक्षिण अफ्रीका की सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज शबनम इस्माइल को शुरू ही से दबाव में रखा। उन्होंने शबनम के दूसरे ओवर में तीन चौके जड़े। अपनी पारी में उन्होंने आठ चौके लगाए। जिस तरह से भारतीय सलामी बल्लेबाज खेल रहे थे , ऐसा लग रहा था कि भारत एक बार फिर 300 के पार स्कोर बना लेगा, लेकिन शेफाली और तीसरे नंबर की बल्लेबाज यस्तिका भाटिया एक के बाद एक विकेट गंवा बैठी, जिससे रनगति पर अंकुश लगा। शेफाली और स्मृति के बीच लेग साइड में एक रन लेने को लेकर गलतफहमी हुई और शेफाली रन आउट हो गईं।
मिताली-हरमनप्रीत ने पारी को संभाला
यस्तिका ने आफ स्पिनर चोल ट्रायोन की गेंद पर स्वीप शॉट खेला और गेंद उनके स्टम्प पर जा लगी। भारत का स्कोर बिना किसी नुकसान के 91 रन से दो विकेट पर 96 रन हो गया। इसके बाद मिताली और स्मृति ने पारी को आगे बढाया। शुरुआती स्पैल में महंगी साबित हुई शबनम ने शानदार वापसी की और भारतीय कप्तान पर दबाव बनाया। एक बार क्रीज पर जमने के बाद मिताली ने हालांकि खुलकर खेला। स्मृति के जाने के बाद मिताली और हरमनप्रीत ने तेजी से रन बनाए। आखिरी दस ओवर में हालांकि 51 रन ही बन सके और चार विकेट गिर गए। मिताली ने इसी मैदान पर 22 साल पहले अपने पहले विश्व कप में भी अर्धशतक बनाया था।
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