छत्तीसगढ़ से ब्युरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार को उत्तर प्रदेश रवाना हो गए। मुख्यमंत्री रायपुर से सीधे कानपुर पहुंचेंगे। यह दौरा कानपुर और बुंदेलखंड क्षेत्र पर केंद्रित होगा। इस क्षेत्र की 59 सीटों पर 20 फरवरी को मतदान होना है। यह इलाका अभी भाजपा और सपा का मजबूत गढ़ बना हुआ है। भाजपा ने भी छत्तीसगढ़ के अपने सांसदों-विधायकों को इसी क्षेत्र में चुनाव अभियान प्रबंधन के लिए भेजा है। मुख्यमंत्री का प्रचार अभियान कानपुर शहर की गोविंद नगर सीट से शुरू होगा। भूपेश बघेल यहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे। वहीं घर-घर जाकर कांग्रेस का प्रचार करेंगे। वहां से किदवई नगर और सिकंदरा में प्रचार और जनसभाओं में शामिल होते हुए भूपेश बघेल शाम तक झांसी पहुंचेंगे। रात में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों और स्थानीय नेताओं के साथ बैठक होगी। उसमें झांसी और आसपास के विधानसभा सीटों पर प्रचार की रणनीति तय होनी है। रात में मुख्यमंत्री झांसी में ही ठहरेंगे। अगले दिन से बुंदेलखंड के क्षेत्रों में चुनाव प्रचार शुरू होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चुनाव की घोषणा से पहले भी दो बार बुंदेलखंड क्षेत्र में जनसभा कर आए हैं। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजेश तिवारी को स्टार प्रचारक बनाया है। 60 से अधिक मंत्री-विधायक और पदाधिकारी पूरे प्रदेश में चुनाव प्रचार के विभिन्न कामों के लिए वहां पहुंच गए हैं। कानपुर और बुंदेलखंड के इस क्षेत्र में तीसरे चरण का चुनाव चल रहा है। यहां 20 फरवरी को मतदान होना है।उत्तर प्रदेश में चुनाव के तीसरे चरण के इस क्षेत्र में 59 सीटें आती हैं। ये सीटें कानपुर शहर, कानपुर देहात, कासगंज, हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, फरुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरेया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर जिले में आती हैं। 2017 के चुनाव में भाजपा ने यहां से 49 सीटें जीती थीं। 9 सीटों पर समाजवादी पार्टी जीती। वहीं कानपुर कैंट की एक सीट कांग्रेस के खाते में आई। छग के भाजपा सांसद-विधायकभी यूपी में कर रहे चुनाव प्रचार : इधर भाजपा ने भी छत्तीसगढ़ के नेताओं को उत्तर प्रदेश चुनाव अभियान के प्रबंधन में लगा दिया है। कानपुर-बुंदेलखंड के इसी क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसदों और विधायकों को चुनाव प्रचार में लगाया गया है। सांसद राम विचार नेताम, सुनील सोनी, विधायक शिवरतन शर्मा, सौरभ सिंह, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय और राजेश मूणत को कानपुर, बांदा और फतेहपुर जिलों में भेजा गया है। वहीं पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय, अवधेश चंदेल और युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा को उन्नाव में लगाया जा रहा है।पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बेटे और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह को लखीमपुर खीरी जिले की सीटों का जिम्मा मिला है। यहीं से सांसद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष पर किसानों को जीप से कुचलकर मारने का आरोप है। इसकी वजह से वहां किसानों में भाजपा के प्रति भारी नाराजगी है। अभिषेक के साथ वहां संतोष बाफना, भरत मटियारा और गौतम गोलछा को लगाया गया है। छत्तीसगढ़ में भाजपा के प्रमुख चुनावी रणनीतिकारों में शुमार पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और अमर अग्रवाल को लखीमपुर से लगे पीलीभीत जिले की जिम्मेदारी मिली है।
भाजपा ने पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल, लाभचंद बाफना, पूर्व मंत्री केदार कश्यप, चंदूलाल साहू और प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव को लखनऊ जिले की विधानसभा सीटों के प्रबंधन में लगाया है। वहीं विधायक रजनीश सिंह, लीगल सेल के केदार गुप्ता, पुरंदर मिश्रा, पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल और सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज को सीतापुर भेजा गया है। कमलभान सिंह, अनुराग सिंहदेव और राजीव अग्रवाल को रायबरेली में जिम्मेदारी मिली है। वहीं विधायक कृष्णमूर्ति बांधी, पूर्व मंत्री महेश गागड़ा, जोगेश लांबा और अखिलेश सोनी को हरदोई संभालना है। छत्तीसगढ़ भाजपा के मीडिया प्रभारी नलिनीश ठोकने को प्रयागराज और वाराणसी में मीडिया समन्वय का काम देखने के लिए भेजा गया है।

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