उत्तर प्रदेश: सहारनपुर पुलिस ने गागलहेड़ी इलाके से प्रतिबंधित खैर की भारी मात्रा में लकड़ी बरामद की है. इस लकड़ी का वजन 11050 किलोग्राम है जिसकी कीमत ₹20 लाख आंकी गई है. पुलिस ने ट्रक के साथ- साथ दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. दरअसल सहारनपुर के एसएसपी आकाश तोमर ने जंगलों में सघन अभियान चलाने के निर्देश जारी किए गए थे. गौरतलब है कि सहारनपुर का एक इलाका देहरादून के जंगलों से छूता हुआ गुजरता है. लिहाजा यहां बड़े पैमाने पर सागौन और खैर की लकड़ी की तस्करी की जाती है. जिसके लिए एसएसपी ने अभियान चलाया है इसी अभियान के तहत यह गिरफ्तारी की गई है.
पुलिस ने खैर की लकड़ी की तस्करी करने वाले वन माफिया बिलाल और शावेज को गिरफ्तार किया है. बिलाल कैराना का रहने वाला है जबकि शावेज गंगोह सहारनपुर का रहने वाला है. इन आरोपियों के कब्जे से एक ट्रक नंबर HR 55 G 7087 बरामद हुआ है जिसमें सैकड़ों टन लकड़ी प्लाई के लिए ले जाई जा रही थी. यह बरामदगी यमुनानगर हाईवे मुज़्ज़फरनगर रोड से की गई है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ में इनके साथियों की तलाश कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि लकड़ी की सप्लाई कहां की जानी थी. एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि इस तरह से जंगल में वन माफियाओं के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा. एसएसपी आकाश तोमर ने साफ कहा है कि यहां पुष्पा का नहीं कानून का राज चलता है. बता दें कि फिल्म पुष्पा में जंगल से लकड़ियों की तस्करी को दिखाया गया है.
पुलिस ने खैर की लकड़ी की तस्करी करने वाले वन माफिया बिलाल और शावेज को गिरफ्तार किया है. बिलाल कैराना का रहने वाला है जबकि शावेज गंगोह सहारनपुर का रहने वाला है. इन आरोपियों के कब्जे से एक ट्रक नंबर HR 55 G 7087 बरामद हुआ है जिसमें सैकड़ों टन लकड़ी प्लाई के लिए ले जाई जा रही थी. यह बरामदगी यमुनानगर हाईवे मुज़्ज़फरनगर रोड से की गई है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ में इनके साथियों की तलाश कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि लकड़ी की सप्लाई कहां की जानी थी. एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि इस तरह से जंगल में वन माफियाओं के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा. एसएसपी आकाश तोमर ने साफ कहा है कि यहां पुष्पा का नहीं कानून का राज चलता है. बता दें कि फिल्म पुष्पा में जंगल से लकड़ियों की तस्करी को दिखाया गया है.
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