रायपुर. नए मोटर व्हीकल एक्ट की धारा में पहली बार हाई लेवल की जांच की गई है. इस जाँच में न्यूज एंकर महिमा शर्मा की मौत में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (NHAI) की लापरवाही उजागर हुई है. न्यूज़ एंकर महिमा शर्मा की सड़क हादसे में जिस जगह मौत हुई थी वहां सर्विस लेन को एनएचएआई ने फ्लाईओवर निर्माण के चलते 5 मीटर का बना दिया था. फ्लाईओवर निर्माण के पहले यह सर्विस लेन 13 मीटर चौड़ी थी. ट्रैफिक DSP गुरजीत सिंह ने बताया कि दुर्घटना स्थल का दौरा उनके सहित परिवहन विभाग और नेशनल हाईवे के अधिकारियों ने किया है. निरीक्षण के दौरान पाया गया कि वर्तमान में 4 फ्लाईओवर का निर्माण कार्य प्रगति पर है. फ्लाईओवर के निर्माण से पहले रायपुर से भिलाई की तरफ की सड़क की लेन 13 मीटर चौड़ी थी. फ्लाईओवर बनाने के दौरान अधिकारियों ने जो सर्विस रोड बनाई है वह मात्र 5 मीटर चौड़ी है. वाहनों की क्षमता से काफी कम चौड़ी सड़क होने के चलते न्यूज एंकर सड़क दुर्घटना का शिकार हुई है.
ट्रैफिक DSP गुरजीत सिंह ने बताया कि नए मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 135 के तहत सड़क दुर्घटनाओं के कारणों की जांच के लिए सभी जिलों में संयुक्त रूप से एक कमेटी बनी है. इस कमेटी में RTO, ट्रैफिक पुलिस और नेशनल हाईवे के अधिकारी शामिल होते हैं. तीनों विभाग के अधिकारी व इंजीनियर दुर्घटना स्थल पर जाकर संयुक्त रूप से निरीक्षण करते हैं. वह दुर्घटना के कारण का पता लगाते हैं और उस कमी को दूर किए जाने को लेकर रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजते हैं.
फ्लाईओवर के निर्माण के दौरान सुपेला घड़ी चौक, चंद्रा मौर्या चौक और पावर हाउस चौक के पास दो-दो कट बनाकर एक तरफ से दूसरे तरफ आने जाने के लिए जगह दी गई है. इसमें सबसे बड़ी लापरवाही यह है कि एक ही कट से दोनों तरफ के वाहन आना-जाना करते हैं. इससे वहां पर दुर्घटना और जाम की आशंका काफी बढ़ जा रही है. बता दें कि न्यूज एंकर महिमा शर्मा (30) 12 जनवरी को रायपुर से दुर्ग अपने भैया-भाभी के पास मिलने जा रही थी. वह स्कूटी से जैसे ही शाम 5 बजे पावर हाउस के पास हाईवे रेस्टोरेंट के आगे पहुंची उसकी गाड़ी का पहिया स्लिप कर गया और वह गिर गई. इससे उसी दौरान हिंदुस्तान पेट्रोलियम का टैंकर के पिछले पहिए की चपेट में आ गई. युवती के सिर से टैंकर का पहिया गुजर जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
ट्रैफिक DSP गुरजीत सिंह ने बताया कि नए मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 135 के तहत सड़क दुर्घटनाओं के कारणों की जांच के लिए सभी जिलों में संयुक्त रूप से एक कमेटी बनी है. इस कमेटी में RTO, ट्रैफिक पुलिस और नेशनल हाईवे के अधिकारी शामिल होते हैं. तीनों विभाग के अधिकारी व इंजीनियर दुर्घटना स्थल पर जाकर संयुक्त रूप से निरीक्षण करते हैं. वह दुर्घटना के कारण का पता लगाते हैं और उस कमी को दूर किए जाने को लेकर रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजते हैं.
फ्लाईओवर के निर्माण के दौरान सुपेला घड़ी चौक, चंद्रा मौर्या चौक और पावर हाउस चौक के पास दो-दो कट बनाकर एक तरफ से दूसरे तरफ आने जाने के लिए जगह दी गई है. इसमें सबसे बड़ी लापरवाही यह है कि एक ही कट से दोनों तरफ के वाहन आना-जाना करते हैं. इससे वहां पर दुर्घटना और जाम की आशंका काफी बढ़ जा रही है. बता दें कि न्यूज एंकर महिमा शर्मा (30) 12 जनवरी को रायपुर से दुर्ग अपने भैया-भाभी के पास मिलने जा रही थी. वह स्कूटी से जैसे ही शाम 5 बजे पावर हाउस के पास हाईवे रेस्टोरेंट के आगे पहुंची उसकी गाड़ी का पहिया स्लिप कर गया और वह गिर गई. इससे उसी दौरान हिंदुस्तान पेट्रोलियम का टैंकर के पिछले पहिए की चपेट में आ गई. युवती के सिर से टैंकर का पहिया गुजर जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
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