नई दिल्ली - इस साल गणतंत्र दिवस की परेड में किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष को मुख्य अतिथि नहीं बनाया जाएगा। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि केंद्र सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते यह अहम फैसला लिया है। बताया गया है कि इस बार गणतंत्र दिवस में कोई विदेशी नेता चीफ गेस्ट नहीं होगा, लेकिन अगले ही दिन यानी 27 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली भारत-मध्य एशिया समिट को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे।गौरतलब है कि कोरोनावायरस महामारी के चलते लगातार दूसरे साल गणतंत्र दिवस पर किसी विदेशी नेता को मुख्य अतिथि नहीं बनाया जा रहा है। 2021 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था। हालांकि, तब ब्रिटेन में कोरोना महामारी ने तबाही मचाई थी और आखिर में जॉनसन ने भारत आने में असमर्थता जताई थी।उधर 27 जनवरी को होने वाली मध्य एशिया समिट में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ कजाखस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान के राष्ट्रपति शामिल होंगे।
छत्तीसगढ़ से ब्युरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी
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