छत्तीसगढ़ से ब्युरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी

वाराणसीः काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के भव्य निर्माण के बाद अब मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) के इतिहास में जल्द ही एक और अध्याय जुड़ने जा रहा है. मंदिर में गर्भगृह की अंदर की दीवार भी स्वर्णजड़ित (Gold Plated) होगी. मंदिर दर्शन करने आए दक्षिणी भारत के एक स्वर्ण व्यवसायी ने सोना दान करने की इच्छा जताई है. व्यवसायी की पहल पर मंदिर प्रशासन ने स्वर्ण पत्र जड़ने के संबंध में प्रस्ताव तैयार कराना शुरू कर दिया है.
बुधवार को दीवारों की मैपिंग व डिजाइनिंग भी की गई. विश्वनाथ मंदिर के शिखर पर महाराजा रणजीत सिंह ने स्वर्ण पत्र लगवाया है. यहां सालों पहले लगे स्वर्ण पत्र धूमिल हो गए थे. विश्वनाथ धाम के लोकार्पण से पूर्व विशेषज्ञ कारीगरों की मदद से सोने की सफाई करायी गई थी. अब स्वर्ण शिखर की चमक बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को मोहित कर लेती है. गर्भगृह के अंदर की दीवारें संगमरमर आदि पत्थरों से बनी हैं. आरती के कारण अंदर की दीवारों पर दाग भी लगते जा रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक विगत दिनों बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के बाद व्यापारी के मन में गर्भगृह के अंदर की दीवारों को स्वर्ण मंडित करने की इच्छा जागी.
व्यवसायी ने मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल से संपर्क कर अपनी इच्छा रखी. इसके बाद मंडलायुक्त के आदेश पर कार्ययोजना तैयारी करायी जा रही है. इस दिशा में लगभग एक दशक पहले ही योजना बनाई गई थी. अधिकारियों के मुताबिक कई साल पहले गर्भगृह के अंदर स्वर्ण पत्र लगाने का 50 करोड़ का इस्टीमेट बना था. तब बीएचयू आईआईटी के विशेषज्ञों ने दीवारों को अतिरिक्त भार सहने योग्य नहीं माना था. ऐसे में शासन स्तर पर ही इसे खारिज कर दिया गया था. हाल ही में काशी विश्वनाथ धाम के भव्य परिसर के लोकार्पण से पहले गर्भगृह की दीवारों को दुरूस्त कर लिया गया है. ऐसे में मंदिर प्रशासन गर्भगृह की दीवारों को स्वर्ण मंडित करने की सोच को मूर्त रूप देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.

Post a Comment

और नया पुराने
RNVLive NEWS WEB SERVICES