खरसिया। भाजपा के कद्दावर नेता गिरधर गुप्ता ने पंजाब में यशस्वी प्रधानमंत्री के काफिले को रोकने के प्रयास को कुत्सित एवं निंदनीय कहा है। वहीं इस घटनाक्रम की कड़े शब्दों में आलोचना की है।
प्रदेश भाजपा के कार्यकारिणी सदस्य गिरधर गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह कहना बहुत मायने रखता है कि अपने सीएम को बता देना कि मैं जिंदा वापस लौट आया हूँ। इससे यह संकेत मिलता है कि शायद पंजाब में मोदीजी की हत्या की साजिश रची जा रही थी। वहीं इस घटनाक्रम से दुनिया को यह संदेश देने का कुत्सित प्रयास किया गया है कि जिन्हे दुनिया के देश शक्तिशाली नेता मानते हैं, वो अपने एक राज्य में ही इतने असहाय हैं कि उन्हें अपनी पार्टी की रैली को संबोधित किए बिना वापस लौटना पड़ा। कल्पना कीजिये कि एक ओर जमा भीड़ में से कोई बम फेंके देता तो क्या होता? जिस पुल पर मोदी जी का काफिला बीस मिनट तक रूका था, यदि उस पुल को बम धमाके से उड़ा दिया जाता तो? पंजाब की पुलिस तो कहीं थी ही नहीं। मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव ने जानबूझकर इस दौरान एसपीजी और पीएम हाउस का फोन रिसिव ही नहीं किया। यह सब किसके ईशारे पर? जिस पुल पर मोदी जी का काफिला रुका था यदि उन पर ड्रोन से हमला कर दिया जाता तो? अब सवाल तो उठेंगे ही। गृह और रक्षा मंत्रालय को इसका जवाब पूरी ताकत से ढूंढना है और दोषियों को उचित दंड देना जरूरी है।
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