छत्तीसगढ़ से ब्यूरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी 

खरसियाएक दौर था जब प्रसव के लिए सिविल अस्पताल पहुंची प्रसूताओं को डॉक्टर्स कई प्रकार से भयभीत करते हुए अपने निजी क्लीनिक भेज कर ऑपरेशन करते थे, जिससे गरीब परिवारों को अपने खेत खलिहान और बर्तन तक गिरवी रख कर इसकी कीमत चुकानी पड़ती थी। परंतु मंत्री उमेश पटेल एवं संवेदनशील जिलाधीश भीम सिंह, सीएचएमओ डॉ.केशरी के सार्थक प्रयासों ने सिविल अस्पताल का कायाकल्प कर दिया है।

उल्लेखनीय होगा कि कलेक्टर भीम सिंह ने डीएफएम फंड से सिविल अस्पताल के लिए गायनेकोलॉजिस्ट डॉ.संजय अग्रवाल को अप्वॉइंट किया है, जिन्होंने अपनी पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से पहले ही माह में लगभग 30 सफल सिजेरियन कर सिविल अस्पताल खरसिया में एक नया अध्याय लिखा है। वहीं बीएमओ डॉ.अभिषेक पटेल, अस्पताल प्रभारी डॉ.दिलेश्वर पटेल, अनुभवी शल्य चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ.ललिता राठिया एवं एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट डॉ.सजन अग्रवाल की टीम के द्वारा सही मायने में लोगों के बीच यह विश्वास पैदा कर दिया गया कि अब हर कोई सिविल अस्पताल से संतुष्ट होकर लौट रहा है। इन डॉक्टर्स की बदौलत अब हर मरीज पहली प्राथमिकता सिविल अस्पताल को ही देता है। वहीं यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि अब जाकर लोगों ने जाना कि डॉक्टर्स और अस्पताल कैसे होते हैं।

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