छत्तीसगढ़ से ब्यूरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी 

कोरबा -कथित आरटीआई कार्यकर्ता मनीष राठौर का विवादों से पुराना नाता रहा है सूचना पाने के अधिकार के तहत जानकारी निकाल कर ब्लैक मेलिंग जैसे आरोप कई दफा मनीष राठौर पर लग चुके हैं 1 वर्ष पूर्व कांग्रेस नेता रज्जाक अली ने भी रामपुर चौकी में एक आवेदन दिया था कि मनीष राठौर के द्वारा आरटीआई लगाने के नाम पर रज्जाक अली को ब्लैकमेल किया जा रहा है तत्पश्चात मनीष राठौर ने रज्जाक अली पर भी दबाव बनाकर उस आवेदन को वापस दिलवा लिया तो वही राजस्व मंत्री के बेहद करीबी विकास सिंह पर भी मनीष राठौर ने जानलेवा हमला किया था जिसका मामला कोर्ट में लंबित है मनीष राठौर की युवा व्यवसाई ने मांग की है कि इनकी संपत्ति की भी जांच कराई जाए कि आखिर इनकी आवक का माध्यम क्या है आखिर यह क्या कार्य करते हैं जिससे इतनी लग्जरी लाइफ यह जीते हैं कोरबा जिला जानता है कि ब्लैक मेलिंग इनका मुख्य कारोबार है इन के सताए लोग किसी न किसी के खौफ में अपनी आवाज बुलंद नहीं कर पाते हैं किंतु सभी इन्हें किस नजर से देखते हैं यह बताना जायज नहीं है,अबकी बार युवा व्यवसाई सुदामा कलवानी एक शादी समारोह में शामिल होने कटघोरा गए हुए थे मामूली सी बात पर मनीष राठौर ने  सुदामा कलवानी को गाली गलौच व जान से मारने की धमकी दे डाली तो वही शादी समारोह से वापस आने के बाद मनीष राठौर ने सुदामा कलवानी के डीएम रोड आवास पर जाकर घर के सामने गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी तक दे डाली आश्चर्य की बात तो यह है कि घंटो बीत जाने के बाद भी सीएसईबी पुलिस ने इस मामले में अपराध पंजीबद्ध नहीं किया है अब क्यों नहीं किया है इसका जवाब पुलिस विभाग के अधिकारी ही दे सकते हैं ऐसे खरपतवार अपराधियों पर पुलिस का से क्यों है यह समझ से परे है जो सभ्य समाज के लिए किसी खरपतवार से कम नहीं है

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