खरसिया। बोतल्दा की सुरम्य पहाड़ियों के बीच स्थित ग्राम उलदा के माँ वैष्णो देवी दरबार में नये साल के पहले दिन भक्तों की भीड़ लगी रही। सभी ने माता रानी के दर्शन कर मनोकामना की कि उनके परिवार में स्नेह तथा जीवन में समृद्धि हो।
वहीं ग्राम बरगढ़ स्थित भोलेनाथ के दरबार में भी कड़ाके की ठंड के बावजूद हजारों भक्त पहुंचे। वहीं सिध्देश्वर नाथ के दर्शन एवं अर्चना कर जीवन में सुख शांति एवं समृद्धि की कामना की।
बता दें कि खरसिया-सक्ती रोड के समीप ग्राम उल्दा गुफा में वैष्णो देवी विराजित हैं। माता का यह मंदिर भी जम्मू के कटरा में स्थित गुफा की तरह बना है। यह गुफा भी जंगल, ऊंचे पहाड़ और कलकल बहते झरने के बीच स्थित है। प्रदेश के बहुत कम लोग ही जानते हैं पर स्थानीय लोगों के बीच इसकी पहचान छत्तीसगढ़ के वैष्णोे देवी धाम के रूप में है।
▪️बेटे की याद में बनाया मंदिर
सक्ती निवासी अनिल अग्रवाल के 19 वर्षीय पुत्र की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। दुर्घटना ठीक गुफा के सामने हुई थी। ऐसे में बेटे की याद में उन्होंने कटरा स्थित वैष्णो देवी मंदिर की तर्ज पर यहां भी भव्य मंदिर बनवाया।
▪️ऐसे पहुंचें माता के दरबार
यहां पहुंचने के लिए दोपहिया, चारपहिया के अलावा ट्रेन रूट भी है। खरसिया स्टेशन से सक्ती रोड पर यह पवित्र स्थान मात्र 15 किलोमीटर दूर है। इस रूट पर बस भी चलती है। उल्दा गांव में उतरते ही जंगल की तरफ सिर्फ 300 मीटर दूर का सफर तय कर यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।
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