बलरामपुर। बलरामपुर जिले में चलगली थाना क्षेत्र के मानपुर में 12 जनवरी की रात हथियारों के बल पर की गई डकैती का खुलासा हो गया है। पूर्व नक्सलियों के एक समूह ने कुछ अन्य अपराधियों के साथ मिलकर इस डकैती डाली थी। इस मामले में 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 5 हजार रुपये नकद और 315 बोर की दो बंदूक बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए डकैतों में से 3 आरोपी पूर्व नक्सली हैं। इन्होंने नक्सलियों की तर्ज पर ही अपना एक दस्ता लेवी वसूली के उद्देश्य से बना रखा था। मामले में शामिल 2 पूर्व नक्सली अभी भी फरार हैं। दरअसल 13 जनवरी को चलगली पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्राम मानपुर निवासी शिक्षक कमलेश गुप्ता के घर पर 12 जनवरी की रात 8 से 10 नकाबपोश बंदूकधारियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए बंधक बनाकर सोने-चांदी के जेवरात समेत 2 लाख 20 हजार की डकैती डाली थी। इस घटना के बाद क्षेत्र में हड़कम्प मच गया था। तब एसपी रामकृष्ण साहू के मुताबिक पुलिस की टीमें आरोपियों को पकड़ने की कवायद में जुटी थीं। इसी बीच पुलिस को यह जानकारी मिली कि जिले के त्रिकुंडा थाना क्षेत्र के गोवर्धन पहाड़ी में 5 से 6 लोग मौजूद हैं, तब बाद सन्देह के आधार पर पुलिस ने मौके पर पहुँचकर उनसे पूछताछ की। तब संदेहियों ने डकैती की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।
पुलिस ने मामले का खुलासा करने के दौरान बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में सभी का क्राइम रिकार्ड है, इन सभी की मुलाकात जेल में हुई थी। जेल से छूटने के बाद पूर्व नक्सली नेपाली उर्फ प्रवीण खेस के कहने पर नक्सलियों की तर्ज पर लोगों से लेवी वसूलने के लिए अपना दस्ता तैयार कर रहे थे। एसपी रामकृष्ण साहू ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार आरोपी प्रवीण खेस उर्फ नेपाली पूर्व नक्सली है, और पूर्व में जेजेएमपी नक्सली संगठन का एरिया कमांडर रह चुका है। इससे पहले भी कई मामलों में वह जेल में बंद रहा है। इस मामले में पकड़े गए सुंदरलाल साहू, मुखलाल यादव भी पूर्व नक्सली हैं। इसके अलावा फरार दो आरोपी भी पूर्व नक्सली हैं। लगभग एक दशक तक नक्सली दंश झेलने के बाद बलरामपुर जिले की स्थिति सुधरने लगी थी। लेकिन अचानक पूर्व नक्सलियों का संगठन एक बार फिर सक्रिय होने लगा था, लेकिन पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
पुलिस ने मामले का खुलासा करने के दौरान बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में सभी का क्राइम रिकार्ड है, इन सभी की मुलाकात जेल में हुई थी। जेल से छूटने के बाद पूर्व नक्सली नेपाली उर्फ प्रवीण खेस के कहने पर नक्सलियों की तर्ज पर लोगों से लेवी वसूलने के लिए अपना दस्ता तैयार कर रहे थे। एसपी रामकृष्ण साहू ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार आरोपी प्रवीण खेस उर्फ नेपाली पूर्व नक्सली है, और पूर्व में जेजेएमपी नक्सली संगठन का एरिया कमांडर रह चुका है। इससे पहले भी कई मामलों में वह जेल में बंद रहा है। इस मामले में पकड़े गए सुंदरलाल साहू, मुखलाल यादव भी पूर्व नक्सली हैं। इसके अलावा फरार दो आरोपी भी पूर्व नक्सली हैं। लगभग एक दशक तक नक्सली दंश झेलने के बाद बलरामपुर जिले की स्थिति सुधरने लगी थी। लेकिन अचानक पूर्व नक्सलियों का संगठन एक बार फिर सक्रिय होने लगा था, लेकिन पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
एक टिप्पणी भेजें