छत्तीसगढ़ से ब्यूरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी
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रायगढ़, 31 दिसम्बर2021/ प्रकाश महिला स्व-सहायता समूह के लिए मुर्गीपालन आजीविका का नया अवसर लेकर आया है। समूह की 10 महिलाएं अपने घरेलू कार्य करने के बाद मुर्गीपालन व्यवसाय को अपनाकर अपने व परिवार के लिए अतिरिक्त आय अर्जित कर रही है। मुर्गीपालन से हो रहे आय को देखते हुए स्थानीय महिलाएं भी प्रेरित होकर मुर्गीपालन की ओर रूचि दिखाते हुए आजीविका के नये अवसर की ओर कदम बढ़ा रही है।
विकासखण्ड सारंगढ़ के कोसीर गोठान की प्रकाश महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यो में श्रीमती अनिता वनज एवं अन्य महिलाओं को मुर्गीपालन में रूचि को देखते हुए वर्ष 2020-21 में पशुधन विकास विभाग रायगढ़ द्वारा 400 नग 28 दिवसीय ब्रायलर चूजे आजीविका संवर्धन व गोठान को मल्टी-एक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से प्रदाय किये गये थे। पशुधन विकास विभाग से प्राप्त चूजों का स्व-सहायता समूह के सदस्यों द्वारा गोठान में निर्मित शेड में उचित देखभाल करते हुए पालन पोषण किया गया। श्रीमती अनीता वनज एवं अन्य समूह के सदस्यों द्वारा बारी-बारी से घर के कार्यों के उपरांत बचे समय में चूजों को नियमित अंतराल में दाना एवं पानी प्रदाय किया जा रहा था। चूजों में टीकाकरण का कार्य पशु चिकित्सालय कोसीर में पदस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा किया जाता था एवं मुर्गीपालन हेतु तकनीकी प्रशिक्षण प्रदाय किया जा रहा था। उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, रायगढ़ ने समय-समय पर कोसीर गोठान का भ्रमण किया। समूह के सदस्यों को मुर्गीपालन में आ रही कठिनाईयों के निराकरण हेतु उप संचालक द्वारा स्थानीय पशु चिकित्सा संस्था के अधिकारियों को निर्देशित किया गया व मुर्गीपालन हेतु तकनीकी जानकारी प्रदाय की गई। लगभग 45 दिवस में अधिकांश चूजों का वजन 1.5 कि.ग्रा.तक पहुंचने लगा एवं मुर्गो को वजन के हिसाब से स्व-सहायता समूह के सदस्यों द्वारा विक्रय स्थानीय बाजार में 100 रुपये किलो ग्राम की दर से किया गया। इस प्रकार समस्त मूर्गो के लगभग 1.5 किलो ग्राम वजन प्राप्त करने के उपरांत विक्रय स्व-सहायता समूह के सदस्यों द्वारा स्थानीय बाजार में विक्रय किया गया।

बुंदेलखंड और छत्तीसगढ़ की न्यूज़ के लि subcribe करे विक्रय करने पर समूह के सदस्यों को लगभग 52 हजार 500 रुपये की आय अर्जित की गई। मुर्गीपालन में समस्त लागत व्यय पश्चात स्व-सहायता समूह के सदस्यों को 16 हजार 500 रुपये शुद्ध लाभ प्राप्त हुआ। जिससे समूह की महिलाओं ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शासन-प्रशासन को धन्यवाद दिया है तथा काम को आगे विस्तार दे रही है।

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