1947 में भारत को आजादी नहीं, भीख मिली थी : कंगना
वरुण गांधी बोले- इसे देशद्रोह कहूं या पागलपन
कंगना रनोट ने एक मिनट में कहा कि 1947 में भारत को आजादी नहीं भीख मिली थी। सच्ची आजादी तो 2014 में मिली है। उनके इस बयान पर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने गुरुवार को कहा कि मैं इस सोच को 'पागलपन' कहूं या फिर 'देशद्रोह'। गुरुवार को एक कार्यक्रम में कंगना गेस्ट स्पीकर थीं। इस दौरान उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में सावरकर, लक्ष्मीबाई और नेताजी बोस को याद करते हुए कहा... ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, लेकिन यह हिंदुस्तानी खून नहीं होना चाहिए। वे इसे जानते थे। बेशक उन्हें एक पुरस्कार दिया जाना चाहिए। वह आजादी नहीं थी, वो भिक्षा थी।
गांधी का अपमान, उनके हत्यारे को सम्मान, ये क्या?
वरुण गांधी ने लिखा- 'कभी महात्मा गांधी के बलिदान और तपस्या का अपमान, उनके हत्यारे के प्रति सम्मान और अब मंगल पांडे से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, नेताजी और अन्य लाखों सेनानियों के बलिदान के लिए यह तिरस्कार । मैं इस सोच को पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह
एक टिप्पणी भेजें