• छत्तीसगढ़ हेड ब्यूरो बुंदेली दर्शन
    रोशन कुमार सोनी
    मो - 7440966073

  • प्रदूषण का बड़ा कारण भट्ठों से निकलने वाला धुआं, लाइम स्टोन और कोयले के हिसाब में गड़बड़ी

सारंगढ। टिमरलगा और गुड़ेली में क्रशरों के साथ-साथ प्रदूषण फैलाने में चूना भट्ठे भी बराबर जिम्मेदार हैं। इनमें लाइमस्टोन और कोयले की भारी मात्रा खपाई जाती है लेकिन इनका कोई हिसाब किताब नहीं है। अवैध खनिजों की बड़ी खेप रोजाना इन भट्ठों में पहुंचती है। पर्यावरण प्रदूषण के लिए टिमरलगा और गुड़ेली में स्थापित पुराने चूना भट्ठे भी उतने ही जिम्मेदार हैं, जितने क्रशर। नियमों के मुताबिक भट्ठों में चिमनी की ऊंचाई का एक मापदंड है, लेकिन इसका पालन नहीं किया जाता।

ताजा मामला इन भट्ठों में लाईमस्टोन और कोयला सप्लाई का है। यहां जो कोयला सप्लाई हो रहा है, वह चोरी का होने का संदेह है। खनिज विभाग इन भट्ठों की जांच नहीं करता। हर चूना भट्ठे में भारी मात्रा में चूना पत्थर और कोयला डंप है। यह खनिज कहां से आया, किसने बेचा, इन सवालों के जवाब ही नहीं मिलते। चिमनी की हाईट नीचे रहने के कारण धुआं तेजी से बस्तियों में फैलता है। भट्ठों को देर शाम से चलाया जाता है। रात में ये भट्ठे घना धुआं उगलते देखे जा सकते हैं। इस वजह से रात में हाइवे में धुंधलका छा जाता है। कुछ प्वाइंट पर तो सामने कुछ दिखाई नहीं देता।

बंद करने का दिया था आदेश
पूर्व में पर्यावरण विभाग ने सात चूना भट्ठों को प्रदूषण फैलाने के कारण बंद करने का आदेश दिया था। भट्ठों को पर्यावरण नियमों के तहत कुछ बदलाव करने हैं, लेकिन अभी भी पुरानी मशीनों से ही काम चल रहा है। पर्यावरण विभाग ने नोटिस दिया था। कुछ दिनों बाद भट्ठे फिर से चलने लगे। इस दौरान किसने नियम पालन किया, किसने नहीं, यह किसी को देखने की फुरसत नहीं रही।


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