छत्तीसगढ़ हेड ब्यूरो बुंदेली दर्शन
रोशन कुमार सोनी
मो - 7440966073*महंगे शौक पुरे करने के लिए करते थे, बाईक चोरियॉ*
*40 हजार रूपये तक का महंगा मोबाईल का उपयोग करते थे*
*चोरों से बरामद कि गई 25 नग मोटर सायकल जिसकी कीमत 6 लाख 35 हजार एवं सोने चांदी के आभूषण 55 हजार रुपए।
श्रीमान् पुलिस अधीक्षक महोदय श्री शलभ सिन्हा (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में जिला उत्तर बस्तर कांकेर के थाना क्षेत्र में लगातार हो रहे बाईक चोरी, नकबजनी, सेंधमारी एवं अन्य असामाजिक कार्यो पर रोक लगाने हेतु विशेष दिशा-निर्देश जारी किया गया था, जिसके तहत अति. पुलिस अधीक्षक कांकेर श्री गोरखनाथ बघेल, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कांकेर डॉ0 चित्रा वर्मा, श्री अमृत कुजूर उप पुलिस अधीक्षक नक्स. ऑप्स कांकेर के दिशा निर्देश पर तकनीकी साक्ष्य के विश्लेषण बाद मुखबीर सूचना के अधार पर थाना नरहरपुर क्षेत्र में चोरी हुए बाईक को सिहावा क्षेत्र मे देखा गया, कि सूचना के आधार पर तथा सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण बाद थाना नरहरपुर स्टाप द्वारा सिहावा थाना क्षेत्र के आमगांव जाकर फुटेज के संदेही सिद्धार्थ कुमार सलाम पिता कुबेर सिंह सलाम को पूछताछ किया गया। जिसने शुरूआती पूछताछ में गोलमोल जवाब देकर पुलिस को गुमराह करते रहे, किन्तु ज्यादा देर तक उसका झुठ पुलिस के सामने नहीं टिक पाया और चोरी करना कबुल किया साथ ही चोरी में शामिल उसके गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम का भी खुलासा किया जिसमें ’परवीन कुमार वट्टी पिता जीवन लाल, ’भावेश कुमार कश्यप पिता नरेन्द्र कश्यप ’ डानेन्द्र ध्रुव पिता चन्दन ध्रुव तथा दो अन्य विधि से संघर्षरत् बालकों के नाम का खुलासा किया जिनसे हिकमती अमली से पूछताछ किया गया, जिन्होंने कांकेर, धमतरी, कोण्डागांव, तथा उड़ीसा के आसपास में बाईक चोरी करना कबुल किया, और लोगों को झांसे में देकर पैसे की जरूरत होना बताकर तथा डिजैन देवांगन पिता मोहन लाल देवांगन निवासी बेलर व राहुल सरदार पिता अनंत सरदार निवासी छाताबेड़ा, जिला नवरंगपुर, उड़ीसा के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के भोले-भाले लोगों को बाईक को बेचना बताया। सभी आरोपी और विधि से संघर्षरत् बालक के निशानदेही पर आसपास व क्षेत्र में चोरी किये गये विभिन्न कम्पनियों के मोटर सायकल को बरामद किया गया है।
इस बाईक चोर गिरोह का मास्टर माईंड सिद्धार्थ कुमार सलाम ने बताया कि रात में किसी भी समय निकलकर जहां कही मौका मिलता था, बाईक को उठा लेते थे, और स्वीच को डायरेक्ट कर चालु कर कहीं भी सुनसान जगह में खेत किनारे खड़े कर रखे रहते थे, और ग्राहक तलाश कर पैसे की जरूरत होना बताकर बेच देते थे। गिरोह के सदस्य में से सिद्धार्थ, परवीन, वाहन को कैसे डायरेक्ट करना है, बहुत अच्छे से जानते थे, पूर्व में सिद्धार्थ व परवीन ऑटो शो-रूम में कार्य किये थे तथा गाड़ी के संबंध में पुरी जानकारी रखता है, एवं अन्य सदस्यों को भी बताये थे। गिरोह के सदस्य परवीन ने चोरी के बाईक को बेचने से मिले पैसे से अपने शौक पुरे करने के लिए 40,000/-रू. में महंगा मोबाईल खरीद कर चला रहा था, और अपनी मॉ को गिफ्ट देने के लिए चांदी एवं सोने का गहना खरीदकर छुपाकर रखा था, किंतु गिफ्ट देने के पहले ही पकड़ा गया। बाईक चोर गिरोह के सदस्यों से अलग-अलग कम्पनी के कुल 25 नग मोटर सायकल को बरामद किया गया है। जिसमें से गिरोह का भांडाफोड़ कर चोरों से चोरी की मोटर सायकल बरामद करने में तत्कालिक थाना प्रभारी नरहरपुर उनि एस.आर. नेताम, चौकी प्रभारी हल्बा सौरभ उपाध्याय, सउनि राजकुमार नेताम, सतीश जाधव, प्र.आर. संतराम चक्रधारी, जितेन्द्र डहरे, सतीश वर्मा, फकीर सिन्हा, मोतीराम नागवंशी, आरक्षक रैन कुमार जैन, परदेशी मंडावी, अंकालु नेताम, हेमंत बर्मन, हरिशंकर मंडावी, महेन्द्र चनापे, ललित मंडावी, द्वारा दिन-रात लगातार अथक मेहनत कर उल्लेखनीय योगदान दिया है।
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