रोशन कुमार सोनी
मो - 7440966073बलौदाबाजार,1 अक्टूबर 2021/ कलेक्टर सुनील कुमार जैन के निर्देश एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी के मार्गदर्शन में जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तत्वावधान में आज विश्व वृद्धजन दिवस के अवसर पर बुजुर्गों हेतु विशेष स्वास्थ्य परीक्षण एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संबंध में जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी ने बताया कि आयु वृद्धि कोई रोग नहीं है बल्कि प्राकृतिक क्रिया है। भारत सहित दुनिया भर में बुजुर्ग लोगों की संख्या में वृद्धि हो रही है आयु की वृद्धि के साथ-साथ विविध प्रकार की स्वास्थ्य समस्या भी उत्पन्न होती है। क्योंकि शारीरिक क्षमता कम होने के कारण रोगों की संभावना बुजुर्गों में अधिक हो जाती है जिस कारण उन्हें विशेष चिकित्सा सुविधाओं की जरूरत पड़ती है। समाज को इस दिन के अवसर पर बुजुर्गों के प्रति उदार होने और उनकी जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार प्रेमी ने बताया कि बुजुर्गों को मुख्य रूप से मोतियाबिंद ,सुनने में परेशानी, उच्च रक्तचाप,डिप्रेशन,मधुमेह ,हृदय रोग ,स्ट्रोक ,सांस की बीमारी ,अस्थि रोग जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में अपनी दिनचर्या में हल्का सा व्यायाम, सामाजिक क्रियाकलाप में भागीदारी ,मनोरंजन ,स्वस्थ संतुलित आहार,नियमित चिकित्सा जांच, चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवाइयों का नियमित सेवन आदि के माध्यम से वरिष्ठ जन सरलता पूर्वक अपना जीवन जी सकते हैं। आज इस अवसर पर शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल में वरिष्ठ जनों को वाकर एवं स्टिक भी प्रदान की गई। जिला मुख्यालय पर बुज़ुर्गों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया जिसमें शुगर के 7 ,उच्च रक्त चाप के 24 एवं शुगर रक्तचाप दोनों के 4 एवं 2 मरीज चिंताग्रस्त भी पाए गए इन सभी की दवाई शुरू की गई । साथ ही आज इस अवसर पर जिला एनसीडी सलाहकार डॉक्टर सुजाता पांडेय के समन्वय से जिला मुख्यालय के वरिष्ठ नागरिकों की एक संगोष्ठी भी आयोजित की गई । संगोष्ठी में शहर के प्रबुद्ध वरिष्ठ नागरिक जैसे डॉक्टर, पत्रकार, शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम मैं वरिष्ठ नागरिकों द्वारा अपने पुराने अनुभव आपस में एक दूसरे के साथ साझा किया गया और कविता शायरी एवं गीत, संगीत के माध्यम से समाज को जिंदादिली से जीवन जीने का संदेश दिया।इन्होंने कहा कि व्यक्ति नौकरी से रिटायर होता है जिंदगी से नहीं। इस संगोष्ठी में श्री रमाकांत झा, डॉक्टर निशा झा, डॉ भरत नामदेव,श्रीमती ताराबाई बाजपेई ,डॉ प्रमोद तिवारी, डॉ के.एस. बाजपेई ,श्री दिनेश मिश्रा, श्री जी पी मिश्रा ,श्री अशोक तिवारी, श्री एफ आर प्रेमी जैसे सम्मानित वरिष्ठ जन उपस्थित रहे।
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