छत्तीसगढ़
---------------------------------------------------उपस्थित अधिकारी कर्मचारी और आमलोगों को दिया बचाव का प्रशिक्षण
गौरेला पेंड्रा मरवाही - आज दिनांक 28/10/21 को तीसरी वाहनी एनडीआरएफ मुंडली कटक उड़ीसा की टीम के द्वारा पुलिस एवं प्रशासन तथा जल संसाधन विभाग के सहयोग से प्राकृतिक बाढ़ आपदा के समय बाढ़ में फंसे लोगों का कैसे रेस्क्यू किया जाता है का मलनिया बांध में मॉक ड्रिल प्रस्तुत कर उपस्थित अधिकारी कर्मचारियों एवं जन समुदाय को प्रशिक्षण दिया गया।
एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम के द्वारा मॉक ड्रिल के दौरान एक घटना की रचना की गई कि नदी किनारे के एक ग्राम में नदी के बाढ़ का पानी घुस गया है इसकी सूचना जिला एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा एनडीआरएफ के मुख्यालय को दिया गया।
बचाव दल ने बिना विलंब किए मोटर बोट एवं आवश्यक संसाधनों के सहित बाढ़ ग्रस्त ग्राम में पहुंचकर सर्वप्रथम बीमार बुजुर्ग गर्भवती महिलाएं एवं बच्चों को रेस्क्यू करते हुए बाढ़ ग्रस्त इलाके से निकालकर सामान्य जगहों पर लाया गया कुछ लोगों नाव से आते समय नाव के पलट जाने से नदी की बाढ़ में बह रहे थे जिन्हें बचाव दल के द्वारा बचाया गया उसी समय लोगों के द्वारा बताया गया कि एक व्यक्ति मिसिंग है जो बचाव दल डीप डायवर के द्वारा नदी में गोता लगाकर गहरे पानी से मिसिंग व्यक्ति को खोज कर निकाला गया। बचाव दल के द्वारा मिसिंग व्यक्ति पानी पी कर बेहोश हो गया था जिसे मॉक डिल कर पानी निकालने के तरीके आदि के बारे में बताया गया ।
एनडीआरएफ टीम प्रभारी श्री महावीर मोहंती एवं सुरक्षा अधिकारी श्री प्रशांत कुमार के द्वारा उपस्थित जन समुदाय को यह बताया गया कि जब भी इस तरह की बाढ़ या प्राकृतिक आपदा से सामना होता है उस समय बाढ़ से बचने के लिए वॉटर कैन या बोतल, गैस सिलेंडर, फुटबॉल, सूखे बांस के टुकड़े, केले के तने आदि जो पानी में नहीं डूबता इनका सहारा लेकर सामान्य जगहों पर पहुंचा जा सकता है।
उक्त अवसर पर जिला कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी पुलिस अधीक्षक श्री त्रिलोक बंसल, जिला सेनानी बिलासपुर श्री ए के वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा, जल संसाधन एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारी, स्कूली बच्चे एवं आसपास के ग्रामीण जन तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों कर्मचारी उपस्थित थे।
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