ब्यूरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी
छत्तीसगढ़
-------------------------------------------रायगढ़, 25 अक्टूबर। किसान पंजीयन के लिए 31अक्टूबर तक ही समय दिया गया है, लेकिन पोर्टल में परेशानी अब तक बरकरार है। इसे ठीक करने में नाकाम एनआईसी और एक महीना समय मांग रही है। पंजीयन प्रभावित होने के कारण अब कलेक्टर ने सरकार से नवंबर अंत तक पंजीयन की मियाद बढ़ाने की मांग की है।
राज्य सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए किसान पंजीयन करने एकीकृत पोर्टल लॉन्च किया है। पंजीयन के लिए 31 अक्टूबर अंतिम तिथि है। लेकिन अभी तक एक तिहाई किसानों का पंजीयन ही हो सका है। दरअसल एनआईसी रायपुर ने भुइयां पोर्टल को अपडेट करने का काम किया था। इस दौरान आंकड़ों में बहुत गड़बड़ी हो गई। गांवों का रकबा कभी प्रदर्शित होता है तो कभी नहीं। रायगढ़ के गांव की एंट्री किसी दूसरे जिले में दिख रही है। इस वजह से गिरदावरी का डाटा मिलान नहीं हो पा रहा है। इसे ठीक किए बिना पंजीयन पूरा नहीं हो सकता। एकीकृत किसान पोर्टल में तकनीकी परेशानी के कारण पंजीयन प्रभावित हो रहा है। कलेक्टर भीमसिंह ने इन परेशानियों का उल्लेख करते हुए शासन से पंजीयन की मियाद बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने नवंबर अंत तक का समय मांगा है। पिछले साल धान बेचने के लिए एक लाख से अधिक किसानों ने पंजीयन कराया था।धान खरीदी डेट को लेकर सस्पेंस इस साल धान खरीदी को लेकर सरकार पसोपेश में है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के कारण धान के अलावा दूसरी फसल लेने वाले किसानों की एंट्री में गड़बड़ी न हो इसका ध्यान रखा जाना जरूरी है। तभी सरकार का नुकसान नहीं होगा। इधर खरीदी प्रारंभ करने के लिए तारीख का ऐलान नहीं किया गया है। हालांकि कहा जा रहा है कि एक दिसंबर से धान खरीदी प्रारंभ हो सकती है।
क्या कहते हैं भगत
किसान पंजीयन पोर्टल में तकनीकी परेशानियां हैं। इसे ठीक किए बिना पंजीयन पूरा करना बहुत मुश्किल है। इसलिए पंजीयन अवधि बढ़ाने की मांग की गई है।
– एलएम भगत, डीडीए
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