ब्युरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी
छत्तीसगढ़
-----------------------------------------------------गरियाबंद , मामला गरियबन्द जिले के छुरा विकासखंड के ग्राम पंचायत मेड़कीडबरी का है जहां कुछ माह पहले पंचानवे शौचालय में भ्रष्टाचार के जांच के खिलाफ पंचायत के कुछ पंच एवं ग्रामीणों के द्वारा जांच का मामला उठाया गया था। जिसमें जनपद पंचायत छुरा के सीईओ ने खुद जाकर जांच की थी जहाँ धरातल पर 95 शौचालय निर्मित ही नहीं हुए थे और उनकी राशि का आहरण फर्जी तरीके से कर लिया गया था।
इस मामले में जांच जारी रहने की बात कही जा रही है सम्बंधित अधिकारी लेकिन अब तक जांच स्पष्ट नहीं हो पाया है। इसी बीच पंच पति देवेंद्र ध्रुव के द्वारा सरपंच पति एवं रोजगार सहायक पर सोशल मीडिया में सरपंच, रोजगार सहायक चोर हैं की टिप्पणी की बात को लेकर थाना छुरा तक आ पहुंचा, जिसमें मृतक की पत्नी ने कहा कि, इस घटना पर छुरा थाना के कुछ पुलिस वालों के द्वारा पैसे की मांग की गई जिस पर उनके द्वारा दस हजार रुपये कहीं से कर्ज कर थाने में दिया गया। साथ ही गांव के सरपंच पति रोजगार सहायक एवं जैसवाल के द्वारा इस घटना के संबंध में 15 लाख की मानहानि का दावा लगाने का दबाव भी मृतक के ऊपर बनाया गया, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली।
मृतक के परिजनों का कहना है कि, घटनास्थल से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें गांव के ही तीन लोगों का नाम लिखा गया है और उन्हीं के कारण आत्महत्या करने की बात कही गई है।मृतक देवेंद्र ध्रुव सब्जी बेचने का काम करता था एवं ग्राम पंचायत मेड़की डबरी में उनकी पत्नी पंच के पद पर हैं यह वही देवेंद्र ध्रुव हैं जिनके भाई को प्रोजेरिया नामक एक दुर्लभ बीमारी से ग्रस्त हैं जिन्हें गरियाबंद जिले का एक दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया था एवं जिसे राजधानी बुलाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी मुलाकात की थी।
लेकिन यह बड़ी विडंबना है की आज 10 से 12 दिन बीत जाने के बाद भी परिजन पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट नहीं है एवं एक दिन के कलेक्टर रहे शैलेंद्र ध्रुव ने भी इस पर अफसोस जताया की उनके भाई के प्रति उन्हें न्याय नहीं मिल पाया है मृतक देवेंद्र ध्रुव उनके भाई शैलेंद्र ध्रुव के पढ़ाई एवं देख रेख किया करते थे जो अब इस दुनिया में नहीं रहे।
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