ब्यूरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी

छत्तीसगढ़

-------------------------------------------- खनिज विभाग ने बहुत तेजी से जब्त गाड़ियों का केस निपटाया..

रायगढ़, 26 अक्टूबर। केराझर के कोल डिपो से तीन ट्रेलरों को जब्त करने के बाद खनिज विभाग ने तेजी से केस डिस्पोज भी कर दिया है। तीनों वाहनों को मिलाकर करीब तीन लाख रुपए पेनाल्टी दी गई है। वहीं कोल डिपो की जांच के आदेश भी दिए गए हैं।खनिज विभाग ने कोयले की अफरा-तफरी करने की सूचना पर केराझर स्थित तिरुपति कोल डिपो से निकली तीन गाड़ियों को जब्त किया। गाड़ियों में टीपी जांजगीर-चांपा जिले की थी लेकिन कोयला रायगढ़ डिपो से लोड किया गया। इस पर तीनों ट्रेलरों सीजी 13 एल 2195, सीजी 13 एल 1038 और सीजी 13 एल 5058 को जब्त कर लिया गया। प्रकरण पंजीबद्ध करने के बाद बेहद तेजी से मामला निराकृत कर दिया गया। महज एक सप्ताह में कोयले से लोड तीनों वाहन छूट गए हैं। इन वाहनों पर 2.98 लाख का पेनाल्टी किया गया है। साथ ही कोल डिपो की जांच के भी आदेश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि डिपो में भारी गड़बड़ी है। कोयले की आवक और जावक का कोई हिसाब ही नहीं है। यह भी कहा जा रहा है कि कोयला चोरी और टैक्स चोरी का बड़ा रैकेट हाथ लग सकता है। पूर्व में भी इस डिपो का नाम सुर्खियों में रहा है। तीनों ट्रेलर अशोक सिंघल, सुरेश कुमार शर्मा और अश्विनी गर्ग के नाम पर हैं। मतलब गड़बड़ी में रायगढ़ के ट्रांसपोर्टर शामिल हैं। डिपो में चोरी के कोयले को खपाने के लिए जांजगीर-चांपा के टीपी का उपयोग किया जा रहा था।कई डिपो का लाइसेंस निरस्त

इससे पहले खनिज विभाग ने कई डिपो में गड़बड़ी मिलने पर लाइसेंस निरस्त कर दिया था। पुलिस ने भी इसी डिपो में कोयला चोरी करते पकड़ा था और 420 का अपराध दर्ज किया था। बताया जा रहा है कि इस बार भी ट्रेलरों को डिपो के अंदर पकड़ा गया। लेकिन डिपो की जांच सही तरीके से हुई तो बड़ा खुलासा होगा।

क्या कहते हैं चंद्राकर
तीनों गाडिय़ों को पेनाल्टी करके छोड़ा गया है। कोल डिपो की जांच के आदेश दिए गए हैं।
– भूपेंद्र चंद्राकर, उप संचालक, खनिज

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