ब्युरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी

छत्तीसगढ़

----------------------------------------------------घोटिया-पलारी। पलारी क्षेत्र में अर्ली वेरायटी की धान फसल लगभग कट चुकी है। अन्य वैरायटी के धान भी पककर तैयार हो चुके हैं और कटाई की भी शुरुआत हो चुकी है। लेकिन सरकार अब तक समर्थन मूल्य पर खरीदी की घोषणा नहीं की है। इसे लेकर किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। किसानों की मांग है कि सरकार जल्द निर्णय ले और एक नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ करें।

खराब मौसम, सूखत और चूहे की मार से महीने भर तक धान को सुरक्षित रखना एक समस्या। वर्तमान समय में ज्यादातर किसान हार्वेस्टर की सहायता से धान की कटाई कराते हैं और घरों में जगह नहीं होने के कारण धान को खुले में रखना मजबूरी बन जाती है। ऐसे में खराब मौसम, चूहों की मार और सूखत जैसी समस्या किसानों के लिए मुश्किलें उत्पन्ना कर देती है। महीने भर सुरक्षित भी रख लेते हैं तो धान का वजन सूखने की वजह से कम हो जाती है और किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है।

किसानों का मांग है कि छत्तीसगढ़ सरकार जल्द ही निर्णय ले और 1 नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ करें। किसानों का कहना है कि पिछले वर्ष सरकार के लेट लतीफी के कारण दिसंबर में खरीदी प्रारंभ की गई थी, जिसमें किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। बारदाने की समस्या से किसानों को भटकना पड़ा था। किसानों ने सरकार से समुचित व्यवस्था पूरी करने की मांग की है। दरअसल इस वर्ष किसानों को फसल में भारी बीमारी का सामना करना पड़ा है जिससे किसानों के जेब खाली हो गए हैं और कर्ज से लदे हुए हैं। किसानों को जल्द धान खरीदी होने से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलेगा।

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